Song's samrat
गीतकार सोमेश्वर सिरसाट मो. 8087948366/9324540468
मंगळवार, ५ डिसेंबर, २०२३
शनिवार, ६ मे, २०२३
मंगळवार, १८ मे, २०२१
शनिवार, २२ ऑगस्ट, २०२०
शुक्रवार, १७ जुलै, २०२०
Tu hi jindagi meri sad song / तू ही जिंदगी मेरी
Tu hi jindagi MERI. तू ही ज़िंदगी मेरी
गीत :- Someshwar Sirsat
तुझे ही तो, चाहा है, दिलसेतू ही है, बंदगी मेरीतुझे तो मांगा है रबसेतू ही है आशिकी मेरीतुझ बिन मै जिऊ कैसेतू ही तो है जिंदगी मेरीसही ना जाए ये अब तोये तड़प बेचैन रातो कीमुझे पागल बना देगीतू चाहत हैं मेरे दिल कीबस तुझे ही तो चहता हूंतू ही तो है सादगी मेरीसारी खुशियां मिले तुझकोतू मलीका है ख्वाबों कीचाहे जो भी सजा दोगीख्वाइश तुमको पाने कीजनाजे को अब मेरे कभीना जरूरत होगी तेरीपागल थी जो ना समझीतेरी इस दिल चाहत कोछोड़के ना जावो मुझकोअभी तो जाना है तुझकोतेरी हर मन की ख्वाइशको कर दूंगी मै अब पूरी
सोमवार, २५ मे, २०२०
शायरी की कुछ अलग पेशकश
किसी की राह ना कर।
उडान तो भर लेगा पगले
पहिले होसला तो बुलंद कर।
२) सोच में डूबा हूं
गजब ये दुनिया की
रफ़्तार देखकर।
धन खोज रहे है
इन्सानियत छोड़कर
और
भगवान धुंड रहे है
मॉ बाप छोड़कर।
३) कोई कितना के क्यू ना
अमीर बने
पेट से जादा कभी खा
नहीं सकता।
और
मरने के बाद अपना धन
कभी साथ नहीं ले जा सकता।
४) गम तो यूं ही आता
रहेगा जिन्दगी में
मगर
अपने लक्ष को ऎसे बुलंद
करना।
की गम भी डर जाए
तुम्हारा हॉसला देखकर।
५) काटे जिस दिन
बिखरे मिले रास्ते में
तो समझ लेना
मंजिल के करीब पोहाच
गए हो
गुरुवार, ७ मे, २०२०
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