शनिवार, २२ ऑगस्ट, २०२०

शुक्रवार, १७ जुलै, २०२०

Tu hi jindagi meri sad song / तू ही जिंदगी मेरी


Tu hi jindagi MERI. तू ही ज़िंदगी मेरी

  गीत :- Someshwar Sirsat

तुझे ही तो, चाहा है, दिलसे
तू ही है, बंदगी मेरी
तुझे तो मांगा है रबसे
तू ही है आशिकी मेरी
तुझ बिन मै जिऊ कैसे
तू ही तो है जिंदगी मेरी

सही ना जाए ये अब तो
ये तड़प बेचैन रातो की
मुझे पागल बना देगी
तू चाहत हैं मेरे दिल की
बस तुझे ही तो चहता हूं
तू ही तो है सादगी मेरी


सारी खुशियां मिले तुझको
तू मलीका है ख्वाबों की
चाहे जो भी सजा दोगी
ख्वाइश तुमको पाने की
जनाजे को अब मेरे कभी
ना जरूरत होगी तेरी
 
पागल थी जो ना समझी
तेरी इस दिल चाहत को
छोड़के ना जावो मुझको
अभी तो जाना है तुझको
तेरी हर मन की ख्वाइश
 को कर दूंगी मै अब पूरी






सोमवार, २५ मे, २०२०

शायरी की कुछ अलग पेशकश


१) अपनी तकदिर खुद बना 

किसी की राह ना कर।

उडान तो भर लेगा पगले

पहिले होसला तो बुलंद कर।




२) सोच में डूबा हूं

गजब ये दुनिया की

रफ़्तार देखकर।

धन खोज रहे है

इन्सानियत छोड़कर

और

भगवान धुंड रहे है

‌‌मॉ बाप छोड़कर।





३) कोई कितना के क्यू ना 

अमीर बने

पेट से जादा कभी खा 

नहीं सकता।

और 

मरने के बाद अपना धन 

कभी साथ नहीं ले जा सकता।





४) गम तो यूं ही आता

रहेगा जिन्दगी में

मगर

अपने लक्ष को ऎसे बुलंद

करना।

की गम भी डर जाए 

तुम्हारा हॉसला देखकर।





५) काटे जिस दिन

 बिखरे मिले रास्ते में

तो समझ लेना 

मंजिल के करीब पोहाच

 गए हो

गुरुवार, ७ मे, २०२०

Shayari




.गम लाख आना चाहे 
तुम्हारी तक़दीर बनकर
आपने लक्ष को येसे बुलंद करना
की गम भी डर जाए 
तुम्हारा होसला देखकर...



मराठी शायरी marathi shayari

सोमेश्वर सिरसाट